tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post1852959067531070819..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: सबकी भाषा ऱाजभाषाराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-84789993684400680102011-06-27T11:16:18.302+05:302011-06-27T11:16:18.302+05:30अपनी भाषा पर गर्व भी करना चाहिए उसे प्रयोग मेभी ल...अपनी भाषा पर गर्व भी करना चाहिए उसे प्रयोग मेभी लाना चाहिए तभी उन्नति होगी हिंदी कीगिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-70486414125982024942011-06-27T07:22:29.182+05:302011-06-27T07:22:29.182+05:30प्रांतीय भाषाओं की तो बात ही क्या हमें तो अंग्रेजी...प्रांतीय भाषाओं की तो बात ही क्या हमें तो अंग्रेजी से भी मोह है लेकिन अपनी बात कहेंगें हम अपनी जुबां में .मैं यह सब एक भौतिकी के एक प्राध्यापक के रूप कह रहा हूँ जो कार्य में हरियाणा में महाविद्यालयों में ३७-३८ वर्ष कर चुका हूँ .दोनों भाषाओं में हिंदी और अंग्रेजी मैं समान आधिकारिक भाव से पढता पढाता रहा हूँ .और फिर प्रश्न पत्रभी अंडर ग्रेज्युएट(अव -स्नातकीय स्तर ), लेविल तक दोनों भाषाओं में प्रकाशित होतें हैं .पढ़ाने वाले मयस्सर नहीं हैं हिंदी माध्यम से तो उसकी वजह मानसिक प्रशिक्षण है, भाषिक लगाव हीनता है ।<br />हिंदी तो हमारा इंटर -नेट है अंतर -जाल है .कनेक्टिविटी है .प्रेम सरोवर जी और मनोज जी दोनों का आभार आपने फिर हमारी पेट और पीठ नंगी करके हमें दिखला दी .सारी भाषाएं भारतीय मूल की सहोदर हैं अब सिब्लिंग्स में थोड़ी बहुत प्रतिस्पर्द्धा तो होती ही है .तमिल नाडू की तरह नहीं होना चाहिए -चैनैई नगर में आई आई टी मद्रास के अलावा हिंदी तो हिंदी अंग्रेजी भी नाम पटों से नदारद है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-42664923635282548012011-06-26T20:31:12.968+05:302011-06-26T20:31:12.968+05:30संदीप पवाँर,निर्मला कपिला,मनोज कुमार,काजल कुमार,सल...संदीप पवाँर,निर्मला कपिला,मनोज कुमार,काजल कुमार,सलील वर्मा,एवं अरूण चन्द्र राय जी आप सबके विशेष धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-57169523667830672252011-06-26T16:58:58.920+05:302011-06-26T16:58:58.920+05:30वास्तव में आज़ादी के बाद जिस तरह विभिन्न राज्यों को...वास्तव में आज़ादी के बाद जिस तरह विभिन्न राज्यों को भारत संघ में लाने के लिए पयत्न किये गए थे वैसा ही प्रयत्नं हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए किया जाना चाहिए था.. लेकिन ऐसा हुआ नहीं... इसके कारण हिंदी है तो राजभाषा लेकिन औपचारिकता से अधिक नहीं है यह... आलेख बढ़िया है..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-50809303876260386792011-06-26T11:13:52.382+05:302011-06-26T11:13:52.382+05:30अत्यंत विस्तृत जानकारी! प्रशंसनीय!!
(पोस्ट ब्लॉगर...अत्यंत विस्तृत जानकारी! प्रशंसनीय!!<br /><br />(पोस्ट ब्लॉगरोल में नहीं दिखाई दे रही है)चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-68319928414878904562011-06-26T11:01:46.096+05:302011-06-26T11:01:46.096+05:30हिन्दी वालों को किसी ने डंडा लेकर नहीं कहा कि अपने...हिन्दी वालों को किसी ने डंडा लेकर नहीं कहा कि अपने बच्चों को अंग्रेज़ी स्कूलों में भेजो... पर आज फिर भी भेज रहे हैं अपनी मर्ज़ी से... समय किसी के रोके से नहीं रूकता...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-798136736986314862011-06-26T09:43:59.532+05:302011-06-26T09:43:59.532+05:30गहन विवेचना। सुंदर आलेख।गहन विवेचना। सुंदर आलेख।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-863517635864127512011-06-26T09:40:58.245+05:302011-06-26T09:40:58.245+05:30परों से क्या होता है दोस्तों,
हौंसलों से उड़ान होत...परों से क्या होता है दोस्तों,<br />हौंसलों से उड़ान होती है।“<br /> काश सरकार भी ये हौसला दिखाये और हिन्दी को उसका स्थान मिले। जयहिन्द।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-38204059009538970992011-06-26T09:18:04.022+05:302011-06-26T09:18:04.022+05:30मैं पूरा भारत घूमा हूँ, मुझे हिन्दी बोलने व समझने ...मैं पूरा भारत घूमा हूँ, मुझे हिन्दी बोलने व समझने वाले हर जगह मिले है, जबकि अन्य लोकल भाषा उसी इलाके तक ही समझी जाती है,<br />अंग्रेजी के साथ भी यही रोना है, ज्यादातर लोग कामचलाऊ अंग्रेजी भी नहीं बोल पाते है,SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com