tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post2607775259240757363..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: कब टूटेगी ये बेरी !राजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-35870826649769655312010-02-18T22:29:42.964+05:302010-02-18T22:29:42.964+05:30स्वतंत्रता प्राप्ति के 63 वर्षों पश्चात् भी हिन्द...स्वतंत्रता प्राप्ति के 63 वर्षों पश्चात् भी हिन्दी को वह दर्ज़ा नहीं मिल पाया है, जिसकी वह हक़दार है। इसके पीछे बड़ी बाधा है --- हमारी मानसिकता। <br />बिल्कुल सही कहा है।रीताhttps://www.blogger.com/profile/17969671221868500198noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-87521218140151256212010-02-18T22:10:29.905+05:302010-02-18T22:10:29.905+05:30लेख अच्छा लगा . धन्यवाद.लेख अच्छा लगा . धन्यवाद.ज़मीरhttps://www.blogger.com/profile/03363292131305831723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-56524708100762150002010-02-18T17:09:32.265+05:302010-02-18T17:09:32.265+05:30पश्चिमी देशों के लोग हिन्दी को अपनाकर भारत की अमू...पश्चिमी देशों के लोग हिन्दी को अपनाकर भारत की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर को जानना और समझना चाह रहे हैं और हम हैं कि विदेशी चकाचौंध के मोह से मुक्त नहीं हो पा रहे.........बहुत सही लिखा आपने. यही तो विडम्बना है.<br /><br /><br />....................<br />"शब्द-शिखर" पर इस बार अंडमान के आमों का आनंद लें.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.com