tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post5149070391160575183..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: “कविता हृदय की मुक्तावस्था है” :: हिंदी की चिंतन परंपरा में काव्य लक्षण-भाग – 3 नवजागरण काल – आचार्य रामचंद्र शुक्लराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-3594973099799417482010-08-13T17:43:43.863+05:302010-08-13T17:43:43.863+05:30यह आचार्यवर के प्रति मेरा सम्मान है या मैं भी कहीं...यह आचार्यवर के प्रति मेरा सम्मान है या मैं भी कहीं न कहीं ऐसे ही विचार रखती हूँ....आचार्यवर की सभी बातें मुझे सदैव ही सत्य और सिद्ध लगती हैं...<br />आपका बहुत बहुत आभार इस समीक्षा को पढवाने के लिए...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-63586439064916801792010-08-13T10:50:42.315+05:302010-08-13T10:50:42.315+05:30Hindi Sahitya ke baare men padhkar mujhe achha lag...Hindi Sahitya ke baare men padhkar mujhe achha lag raha. Likhne ke liye aapko dhanyavaad.वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-68939365516651137932010-08-13T06:17:23.020+05:302010-08-13T06:17:23.020+05:30बहुत अच्छा लगा आलेख.बहुत अच्छा लगा आलेख.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-82618220475008206042010-08-12T21:36:01.659+05:302010-08-12T21:36:01.659+05:30बिल्कुल सही कहा !बिल्कुल सही कहा !प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-18612390367643369492010-08-12T21:07:47.733+05:302010-08-12T21:07:47.733+05:30बेहतरीन प्रस्तुति !बेहतरीन प्रस्तुति !रीताhttps://www.blogger.com/profile/17969671221868500198noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-2435353401401099252010-08-12T21:02:49.269+05:302010-08-12T21:02:49.269+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति !बहुत अच्छी प्रस्तुति !जुगल किशोरhttps://www.blogger.com/profile/13301162594819383710noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-53594324158706812152010-08-12T14:49:39.885+05:302010-08-12T14:49:39.885+05:30बहुत अच्छा संकलन और सुन्दर समायोजन. आभार.बहुत अच्छा संकलन और सुन्दर समायोजन. आभार.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-74969631248340582362010-08-12T14:26:51.757+05:302010-08-12T14:26:51.757+05:30@ वन्दना जी
ये तो विद्वानों के अलग-अलग समय में दिए...@ वन्दना जी<br />ये तो विद्वानों के अलग-अलग समय में दिए गए विचार है। रसवादी भी हुए हैं, खास कर संस्कृत के आचार्य।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-4263967772548029662010-08-12T13:40:47.409+05:302010-08-12T13:40:47.409+05:30“जिस प्रकार आत्मा की मुक्तावस्था ज्ञान दशा कहला...“जिस प्रकार आत्मा की मुक्तावस्था ज्ञान दशा कहलाती है, उसी प्रकार हृदय की मुक्तावस्था रसदशा कहलाती है। हृदय की इसी मुक्तावस्था के लिए मनुष्य की वाणी जो शब्द-विधान करती आई है उसे कविता कहते हैं ।”<br /><br />बिल्कुल सही कहा ……………मुक्तावस्था ही तो है कविता जहाँ रस का समावेश हो जाता है या कहिये रस ही रस तो बच जाता है जिस अवस्था मे वास्तव मे वहीं तो कविता की पूर्णता होती है………………बेशक शब्द है कविता मगर बिना रस के अपूर्ण है जब तक भावों का समावेश ना हो और वो भी रसमय होने के बाद तब तक कविता सिर्फ़ शब्द ही रहती है कविता नही बन पाती उसकी पूर्णता के लिये तो भावों का होना उतना ही जरूरी है जितना की जीवन के लिये सांसों का होना।<br />अगर गलत कहा हो तो माफ़ी चाहती हूँ मगर मुझे तो यही महसूस होता है …………बताइयेगा जरूर्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-88939167276076717592010-08-12T11:57:28.199+05:302010-08-12T11:57:28.199+05:30आप इसी प्रकार हमे ज्ञान वर्धक आलेखों का रस्सावदन क...आप इसी प्रकार हमे ज्ञान वर्धक आलेखों का रस्सावदन कराते रहेगे , ये कामना है ,<br />सादर !<br />--सुनील गज्जाणीhttps://www.blogger.com/profile/12512294322018610863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-39179191755112610052010-08-12T11:48:30.595+05:302010-08-12T11:48:30.595+05:30बेहतरीन प्रस्तुति और सत्य वचन।धन्यवाद।बेहतरीन प्रस्तुति और सत्य वचन।धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-20228193711143771602010-08-12T11:00:47.122+05:302010-08-12T11:00:47.122+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति ....कविता शब्द है ....बहुत अच्छी प्रस्तुति ....कविता शब्द है ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com