tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post7155062151114242850..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: कथासरित्सागर : शिव- पारवती प्रसंगराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-36075809929294260242017-03-07T10:36:35.200+05:302017-03-07T10:36:35.200+05:30bahut acchcha likha hai shiva ke baare mein om nam...bahut acchcha likha hai <a href="https://www.shivagod.in" rel="nofollow">shiva</a> ke baare mein om namah shivaayAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/11758890258309039788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-28965745843644134632011-12-25T07:27:50.412+05:302011-12-25T07:27:50.412+05:30अनामिका जी शिवजी की वृहत्कथा जैसी वृहत् क्षमा याचन...अनामिका जी शिवजी की वृहत्कथा जैसी वृहत् क्षमा याचना के साथ देर से आ पाने के लिये स्वयं को कसूरवार मानती हूँ ! कथा बिलकुल नयी है जिसे मैंने पहले कभी नहीं सुना इसलिए बहुत आनंद आया पढ़ने में ! अब क्रमश: वररुचि की कथा पढ़ने जा रही हूँ ! आपका आभार इतनी सुन्दर प्रस्तुति के लिये !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-15611181285969523452011-12-09T14:33:39.191+05:302011-12-09T14:33:39.191+05:30पूरे मनोयोग से पढ़ रही हूँ .मुझे तो ये कथायें बहुत...पूरे मनोयोग से पढ़ रही हूँ .मुझे तो ये कथायें बहुत अच्छी लगती है ,आपका सुनाने का ढंग भी रोचक है .बंद मत कीजियेगा .<br />आभार!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-35515735271722559142011-12-09T07:33:05.394+05:302011-12-09T07:33:05.394+05:30शानदार श्रृंखला शुरु की है आपने। इन कथाओं की ब्लॉग...शानदार श्रृंखला शुरु की है आपने। इन कथाओं की ब्लॉगजगत में उपस्थिति आवश्यक थी।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-8078770629066253412011-12-09T00:22:48.771+05:302011-12-09T00:22:48.771+05:30अनामिका जी ,
मुझे आपकी बात धमकी भरी नहीं लगी ..ल...अनामिका जी , <br /><br />मुझे आपकी बात धमकी भरी नहीं लगी ..लेकिन आपके लिखे हुए से ऐसा ही लगा ...इसी लिए मैंने आपको पसंद - नापसंद की चिन्ता किये बिना ज़ारी रखने का आग्रह किया है ... आभारसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-77295892971897617702011-12-08T22:18:00.432+05:302011-12-08T22:18:00.432+05:30अच्छी लगी कथा ....
शुभकामनायें आपको !अच्छी लगी कथा ....<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-54779916116032621942011-12-08T21:06:13.690+05:302011-12-08T21:06:13.690+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।बहुत अच्छी प्रस्तुति।Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-14171542860718599602011-12-08T18:57:48.691+05:302011-12-08T18:57:48.691+05:30हमारे परिवार में जन्मदिन व अन्य अवसरों पर बच्चों क...हमारे परिवार में जन्मदिन व अन्य अवसरों पर बच्चों को पुसत्कों का उपहार देने की परम्परा है... पिछले दिनों अपने पुत्र को मैंने "कथा सरित्सागर" उपहार स्वरुप दिया... यह बहुत ही अनमोल कथा सागर है... संगीता दी की बात को ही बढाते हुए मैं यह कहना चाहूँगा कि जो श्रृंखला आपने प्रारम्भ की है उसे चलने दीजिए..<br />कार्डिनल न्युमैन ने एक बार काहा है कि वह व्यक्ति जीवन में कुछ भी नहीं कर सकता, जो इस प्रतीक्षा में हो कि ऐसा काम करे जिसमें कोई खोट न निकाला जा सके!!<br />यह तो अद्भुत सागर है और धरोहर है हमारी साहित्य परम्परा का... मेरा भी आग्रह है कि इसे चलने दें, पसंद-नापसंद की चिंता ना करें.चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-91192286293817675922011-12-08T18:46:36.951+05:302011-12-08T18:46:36.951+05:30ये कथा तो कभी नही सुनी …………बहुत ही रोचक श्रृंखला श...ये कथा तो कभी नही सुनी …………बहुत ही रोचक श्रृंखला शुरु की है आगे का इंतज़ार रहेगा।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-58258599706557815762011-12-08T17:40:41.748+05:302011-12-08T17:40:41.748+05:30आपने बिल्कुल नये विषय को लिया है।
आगे की भी कड़ियो...आपने बिल्कुल नये विषय को लिया है।<br />आगे की भी कड़ियों को क्रमबद्ध रूप से लगाइए ना!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-74464039924490094502011-12-08T17:01:57.083+05:302011-12-08T17:01:57.083+05:30संगीता जी मेरा इरादा धमकी देने का बिलकुल भी नहीं ...संगीता जी मेरा इरादा धमकी देने का बिलकुल भी नहीं है. अगर आप को मेरे शब्द विन्यास से ऐसा लगा है या ठेस पहुंची है तो एक बार फिर से अत्यंत ही विनम्रता पूर्वक आप सभी से प्रार्थना करना चाहूंगी कि अगर आपको ये श्रृंखला पसंद आती है तो इसे आगे भी श्रृंखलाबद्ध करती रहूंगी...अन्यथा इसे यहीं विश्राम दिया जाये. क्यूंकि साहित्य सृजन अन्ततोगत्वा रचनात्मक तो होना ही चाहिए ना.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-9234820332503567822011-12-08T16:49:21.224+05:302011-12-08T16:49:21.224+05:30कहानी को छोडो .तुम्हारी प्रोफाइल फोटो बड़ी सुन्दर ...कहानी को छोडो .तुम्हारी प्रोफाइल फोटो बड़ी सुन्दर लग रही है.बधाई हा हा हाइन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26318344936289663882011-12-08T14:22:04.030+05:302011-12-08T14:22:04.030+05:30Maine bhee pahli baar ye qissa suna! Bahut rochak....Maine bhee pahli baar ye qissa suna! Bahut rochak....agalee kishton ka intezaar rahega!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26971135638295555302011-12-08T12:38:20.204+05:302011-12-08T12:38:20.204+05:30वाह री देवी! कथा सुन लेने पर इतना क्रोध और कहलाने ...वाह री देवी! कथा सुन लेने पर इतना क्रोध और कहलाने को देवी! मनुष्य योनी को देवताओं के लिए भी दुर्लभ कहा जाता है और शाप देकर मनुष्य भी बनाया जा रहा है। …पुष्पदन्त ने भक्ति सूत्र भी लिखा है एक…हाँ, शिवमहिम्नस्तोत्र…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-47953844501004581252011-12-08T10:41:08.744+05:302011-12-08T10:41:08.744+05:30अच्छी प्रस्तुति ...
अगर आपको पसंद आये तो इसे आग...अच्छी प्रस्तुति ... <br /><br /><br />अगर आपको पसंद आये तो इसे आगे भी श्रृंखलाबद्ध करती रहूंगी...वर्ना इसे बंद कर दिया जायेगा. <br /><br />क्या यह धमकी है ? पसंद आया या नहीं यह कैसे पता चलेगा ? आप अपना काम कीजिये बाकी पसंद - नापसंद लोगों को करने दीजिए ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-19069023356827020402011-12-08T10:18:41.946+05:302011-12-08T10:18:41.946+05:30मैं दिनेश पारीक आज पहली बार आपके ब्लॉग पे आया हु ...मैं दिनेश पारीक आज पहली बार आपके ब्लॉग पे आया हु और आज ही मुझे अफ़सोस करना पद रहा है की मैं पहले क्यूँ नहीं आया पर शायद ये तो इश्वर की लीला है उसने तो समय सीमा निधारित की होगी <br />बात यहाँ मैं आपके ब्लॉग की कर रहा हु पर मेरे समझ से परे है की कहा तक इस का विमोचन कर सकू क्यूँ की इसके लिए तो मुझे बहुत दिनों तक लिखना पड़ेगा जो संभव नहीं है हा बार बार आपके ब्लॉग पे पतिकिर्या ही संभव है <br />अति सूंदर और उतने सुन्दर से अपने लिखा और सजाया है बस आपसे गुजारिश है की आप मेरे ब्लॉग पे भी आये और मेरे ब्लॉग के सदशय बने और अपने विचारो से अवगत करवाए <br />धन्यवाद <br />दिनेश पारीकDinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-10747579781712920812011-12-08T09:44:22.534+05:302011-12-08T09:44:22.534+05:30आज आनन्द आया। बहुत ही रोचक कथा है। अगली कड़ी का इ...आज आनन्द आया। बहुत ही रोचक कथा है। अगली कड़ी का इन्तजार रहेगा। हम किसी को नहीं सुनाएंगे, नहीं तो हमें मृत्यु लोक से नरकलोक का अभिशाप मिल जाएगा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-43237762026134834102011-12-08T08:02:18.046+05:302011-12-08T08:02:18.046+05:30बहुत सुन्दर प्रविष्टि...बधाईबहुत सुन्दर प्रविष्टि...बधाईचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-39229201046730226762011-12-08T07:52:14.546+05:302011-12-08T07:52:14.546+05:30bahut sundar.....badhaibahut sundar.....badhaiShikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-21100250097051043822011-12-08T07:20:44.359+05:302011-12-08T07:20:44.359+05:30बहुत सुंदर लगा । कभी -कभी ऐसा भी पोस्ट आना चाहिए ।...बहुत सुंदर लगा । कभी -कभी ऐसा भी पोस्ट आना चाहिए । शिव- पार्वती प्रसंग अच्छा लगा । धन्यवाद । शिवजी आप पर आपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-15637970809351056342011-12-08T07:10:01.285+05:302011-12-08T07:10:01.285+05:30शुक्रवारीय चर्चा-मंच पर है यह उत्तम रचना ||शुक्रवारीय चर्चा-मंच पर है यह उत्तम रचना ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-60273881425356814962011-12-08T06:19:22.767+05:302011-12-08T06:19:22.767+05:30अति उत्तम ! मैने पहली बार ही सुनी(पढ़ी)!अति उत्तम ! मैने पहली बार ही सुनी(पढ़ी)!Ashish Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02400609284791502799noreply@blogger.com