tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post1676904539657643098..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: हिंदी दिवस के बाद भी...राजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-63351374318436036242011-09-28T09:34:09.866+05:302011-09-28T09:34:09.866+05:30मनोज जी और कौशलेन्द्र जी की बातों से भी सहमत. कौशल...मनोज जी और कौशलेन्द्र जी की बातों से भी सहमत. कौशलेन्द्र जी ने ठीक कहा है की बोनी ने हमें दर्पण दिखलाया है. हमे तो आदत सी पद गयी है मेढकों वाली. सर्व प्रथम हमे ही सुधरना होगा, अपना उदहारण स्वयं बनना पड़ेगा. कोई बहन नहीं चलेगा, यदि हमी आप मजबूरी गिनाने लगें तो औरों को तो मौका मिल ही जाएगा.Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-85246918297975215822011-09-28T08:46:29.289+05:302011-09-28T08:46:29.289+05:30काश, ऐसा ही रुझान हिंदी भाषा-भाषियों में होता. मैं...काश, ऐसा ही रुझान हिंदी भाषा-भाषियों में होता. मैं अपनी भाषा के प्रति समर्पित और अद्यतन संलग्न उस व्यतित्व से प्रभावित और अभिभूत हूँ. सलाम उसकी सोच और जिजीविषा को. आपको भी बधाई इस बात को उद्घतिक करने के लिए. कम से कम हम लोग एक उदाहरण के तौर पर अपनी बात को दृढ़ता से रख तो सकतें हैं. भाई बहुत बड़ा काम किया है आपने इस प्रस्तुत कर. गर्व है आप पर, आप की सोच और लेखनी पर.Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-20087005744248146502011-09-28T08:17:44.454+05:302011-09-28T08:17:44.454+05:30राय बाबू ! हिन्दी के प्रति आपकी संवेदनशीलता अनुकरण...राय बाबू ! हिन्दी के प्रति आपकी संवेदनशीलता अनुकरणीय है . पर हम क्या करें, हमारी तो आदत ही हो गयी है बरसात में टर्राने की. बाकी समय हम निष्क्रियता में पड़े रहते हैं.<br />बहरहाल, सुश्री बोनी की एक बात अच्छी लगी और एक बात बुरी. अच्छी यह कि उसे अपनी भाषा के व्यावहारिक स्वरूप से प्रेम है और बुरी यह कि दूसरी बैठक में उसने जो द्विभाषी सूची प्रस्तुत की उसमें चीनी के अतिरिक्त अंगरेजी थी हिन्दी नहीं. हिन्दी को स्थान न दे कर या तो उसने हिन्दी का अपमान किया है या फिर उसने हमें दर्पण दिखाया है कि देखो यदि तुम खुद हिन्दी का सम्मान नहीं करोगे तो दूसरा कोई क्यों करे. <br />राय बाबू ! आपसे निवेदन है कि जिस तरह सुश्री बोनी ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ आप लोगों से चीनी में बात की उसी तररह आप भी उससे हिन्दी में ही बात कीजिएगा. जिस तरह आप उसकी चीनी समझे उसी तरह वह भी आपकी हिन्दी समझ जायेगी. बाद में भले ही आप चीनी सीख लें या फिर वह हिन्दी सीख ले पर कृपया बीच में अंगरेजी को मत लाइयेगा.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-6677342398009718702011-09-28T07:41:55.292+05:302011-09-28T07:41:55.292+05:30बहुत ही प्रेरक प्रसंग है।
आपकी शैली ने संस्मरण को...बहुत ही प्रेरक प्रसंग है।<br /><br />आपकी शैली ने संस्मरण को काफ़ी रोचक ढंग से प्रस्तुति दी है।<br /><br />मैं तो यही कोशिश करता हूं कि हर दिन हिन्दी दिवस हो। पर ‘ग’ क्षेत्र में काम करने की मज़बूरी कि क्षेत्रीय भाषा में दिन भर पचास प्रतिशत से अधिक काम करना पड़ता है (बातचीत के रूप में)।<br /><br />इसी प्ररिप्रेक्ष्य में यह भी विश्लेषण करना कम रोचक नहीं होगा कि चीन या उस जैसे देश रूस या जापान में उनकी मुख्य भाषा मेंडरीन आदि के अलावे कितनी अन्य भाषाएं हैं, कितनी अन्य लिपियां हैं और उन भाषाभाषी लोगों की संख्या कितनी है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-38237072892987615692011-09-28T07:16:51.181+05:302011-09-28T07:16:51.181+05:30अरुणजी, साधुवाद, बहुत अच्छा और काफी प्रेरक प्रसंग ...अरुणजी, साधुवाद, बहुत अच्छा और काफी प्रेरक प्रसंग है। हिन्दी को लेकर काफी लोग हाय-तोबा मचाते रहते हैं। बहुत अच्छा आपने लिखा है कि रोज क्यों न हिन्दी दिवस मनाया जाए। बहुत अच्छा।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-69507007153264510092011-09-28T06:49:51.031+05:302011-09-28T06:49:51.031+05:30क्षमा जी ने रोमन में टिप्पणी लिख कर यहीं साबित कर ...क्षमा जी ने रोमन में टिप्पणी लिख कर यहीं साबित कर दिया कि हम नहीं सुधरेंगे।डॉ. दलसिंगार यादवhttps://www.blogger.com/profile/07635372333889875566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-83884836365570380322011-09-27T23:29:15.955+05:302011-09-27T23:29:15.955+05:30Dvibhasheey plan kee taareef hee kee jaanee chahiy...Dvibhasheey plan kee taareef hee kee jaanee chahiye!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-47419727547127716782011-09-27T22:22:45.608+05:302011-09-27T22:22:45.608+05:30अच्छा जी। चीनी से लेकर फिलिस्तीनी तक, सब ऐसे ही है...अच्छा जी। चीनी से लेकर फिलिस्तीनी तक, सब ऐसे ही हैं, सिवाय भारतीयों के।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-997304800670391022011-09-27T21:09:39.467+05:302011-09-27T21:09:39.467+05:30हिंदी दिवस ख़त्म नहीं हुआ है. इसे हर रोज़ मनाइये.
...हिंदी दिवस ख़त्म नहीं हुआ है. इसे हर रोज़ मनाइये.<br />....आपकी आशा पुष्पित-पल्लवित हो....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-71024170705452600162011-09-27T20:59:18.762+05:302011-09-27T20:59:18.762+05:30jabardast plan. badhayi.jabardast plan. badhayi.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-12102061695027137632011-09-27T19:36:14.604+05:302011-09-27T19:36:14.604+05:30वाह....बोनी का अपनी भाषा के प्रति प्यार देख बहुत ...वाह....बोनी का अपनी भाषा के प्रति प्यार देख बहुत ही अच्छा लगा...काश उनलोगों से कुछ प्रेरणा लें..हमारे देशवासी भी.<br /><br />आपने भी द्विभाषी प्लान बना कर काबिल-ए-तारीफ़ कार्य किया..बधाईrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-90215396869543207572011-09-27T18:21:15.189+05:302011-09-27T18:21:15.189+05:30प्रेरक प्रसंग ... जागरूक करने वाली पोस्टप्रेरक प्रसंग ... जागरूक करने वाली पोस्टसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com