tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post2040754800190172220..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: पुस्तक परिचय-5 : अकथ कहानी प्रेम कीराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-75188276460052638172011-11-08T10:58:14.602+05:302011-11-08T10:58:14.602+05:30महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने.महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-42423645092511144472011-11-06T16:32:05.321+05:302011-11-06T16:32:05.321+05:30EK SAARTHAK LEKH .EK SAARTHAK LEKH .PRAN SHARMAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-10583813881382461952011-11-04T22:26:33.852+05:302011-11-04T22:26:33.852+05:30पुरुषोत्तम अग्रवाल की पुस्तक के बारे में चर्चा सुन...पुरुषोत्तम अग्रवाल की पुस्तक के बारे में चर्चा सुनी थी और पत्र-पत्रिकाओं में समीक्षा भी पढ़ी थी...लेकिन पुस्तक वास्तव में क्या कहती है,इसके बारे में आपने बहुत सुंदर ढ़ग से लिखा है। बधाई स्वीकार हो!मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-81568113979146953102011-11-04T15:14:10.349+05:302011-11-04T15:14:10.349+05:30अच्छी जानकारी.आभार.अच्छी जानकारी.आभार.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-13584945218766165862011-11-04T10:55:08.119+05:302011-11-04T10:55:08.119+05:30ये तो बहुत उम्दा और नयी जानकारी प्राप्त हुयी…………कब...ये तो बहुत उम्दा और नयी जानकारी प्राप्त हुयी…………कबीर बहुत गहरे थे वहाँ तक पहुँचने के लिये पहले वैसा ही बनना पडता है ………आभार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-31095003707808066942011-11-04T10:32:01.127+05:302011-11-04T10:32:01.127+05:30निश्चय ही इस पुस्तक से कबीर के बारे में नयी जानकार...निश्चय ही इस पुस्तक से कबीर के बारे में नयी जानकारी मिलेगी .. वैसे कबीर नारी रूप में आत्मा की बात करते हुए प्रतीत होते हैं ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-60216910984143358192011-11-04T08:39:58.241+05:302011-11-04T08:39:58.241+05:30कबीर को जानना हमेशा ही कौतूहल-भरा होता है,फिर पुरु...कबीर को जानना हमेशा ही कौतूहल-भरा होता है,फिर पुरुषोत्तम अग्रवाल जी तो कबीर पर काफी शोध किये हैं. निश्चय ही उनकी पुस्तक हमें कबीर के बारे में और बताएगी !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-66360747882671819132011-11-04T08:35:07.595+05:302011-11-04T08:35:07.595+05:30जीवन के सही संदर्भों में कबीरदास जी कहानी अकथ है ए...जीवन के सही संदर्भों में कबीरदास जी कहानी अकथ है एवं अकथ ही रहेगी । जीवन के अनुभव सत्य से सरोकार ऱखते हैं । अत: उनकी प्रासांगिता सदैव अक्षुण्ण रहती है । पोस्ट अच्छा लगा । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.com