tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post284486424791459107..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: झंझावात ..राजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-37829945294794656982012-03-11T09:02:02.389+05:302012-03-11T09:02:02.389+05:30और वह आस भी टूट जाती है .....मर्मस्पर्शी !और वह आस भी टूट जाती है .....मर्मस्पर्शी !Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-33296274936039293412011-10-04T06:48:19.768+05:302011-10-04T06:48:19.768+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा ...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के <a href="http://charchamanch.blogspot.com/2011/10/657.html" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी की गई है!<br />अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो <a href="http://charchamanch.blogspot.com/2011/10/657.html" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> का भी प्रयास सफल होगा।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-3626058147293652242011-10-04T04:35:36.106+05:302011-10-04T04:35:36.106+05:30दूर तक नज़र
ढूढ़ती है कि
कोई नेह का बादल
अपना छोटा...दूर तक नज़र<br />ढूढ़ती है कि<br />कोई नेह का बादल<br />अपना छोटा सा टुकड़ा<br />कहीं छोड़ गया हो<br />और वो बरस कर<br />मुझे भिगो दे . <br /><br />मैं तो यही कहूँगा कि -<br />इस ग़म का क्या करें, तनहाई किससे बाँटें?,<br />जो भी मिली है वह रुसवाई, दर्द किससे बाँटे?.<br />तेरी मेरी ज़मीं तो अब बँट गई है- हिस्सों में<br />इस दर्द की विरासत, मेरे भाई! किससे बाँटें?Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-13724315839644448552011-10-03T23:08:32.057+05:302011-10-03T23:08:32.057+05:30समय के आगे सब कोई लाचार हो जाता है। कविता के भाव म...समय के आगे सब कोई लाचार हो जाता है। कविता के भाव मन को भाए।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-7896500938557458932011-10-03T21:57:42.374+05:302011-10-03T21:57:42.374+05:30कमाल का कॉन्ट्रास्ट दिखाया है आपने संगीता दी!! आपक...कमाल का कॉन्ट्रास्ट दिखाया है आपने संगीता दी!! आपकी विशिष्ट शैली का आईना है यह कविता!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-73292649130704983642011-10-03T21:54:18.472+05:302011-10-03T21:54:18.472+05:30गहन भावों को लिए हमेशा कि तरह खूबसूरत प्रस्तुति......गहन भावों को लिए हमेशा कि तरह खूबसूरत प्रस्तुति... न जाने क्यूँ आपकी इस रचना को पढ़कर यह गीत याद आया कि "नाम गुम जाएगा चारा यह बादल जाएगा मेरी आवाज ही पहचान है अगर याद रहे" ... :)शायद उस स्नेह के बादल को बननाने के बाद समंदर भी यही गाता हो ...<br /> जिसमें भीगने का मन हरकिसी का होता है <br />समय मिले तो कभी आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है <br />http://mhare-anubhav.blogspot.com/Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-69327697884072830002011-10-03T21:50:48.998+05:302011-10-03T21:50:48.998+05:30कविता अच्छे भाव को अभिव्क्त करती है। साधुवाद।कविता अच्छे भाव को अभिव्क्त करती है। साधुवाद।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-37959194113396966792011-10-03T21:10:57.366+05:302011-10-03T21:10:57.366+05:30jis tarah baadal ke srijan k liye sagar ko bhi apn...jis tarah baadal ke srijan k liye sagar ko bhi apna jal dena padta hai....dhoop me tapna padta hai...usi tarah aapka tarasta man retili hawao dwara vaashpit jab ho hi chuka hai to bas vo samay b aa hi gaya hai ki koi baadal avashy barsega.<br /><br />gahre dard ko samaitTi samvedansheel rachna.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-1638174461442125612011-10-03T16:54:22.805+05:302011-10-03T16:54:22.805+05:30क्या कहूँ...ये रेतीली हवाएं..क्या कहूँ...ये रेतीली हवाएं..shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-42937207583283110802011-10-03T16:13:26.006+05:302011-10-03T16:13:26.006+05:30badal to ud jate hain, per aapke ehsaas mujhe nam ...badal to ud jate hain, per aapke ehsaas mujhe nam ker jate hainरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-28726665321067480892011-10-03T15:34:06.856+05:302011-10-03T15:34:06.856+05:30बेहतरीन और खुबसूरत अभिव्यक्ति ..बेहतरीन और खुबसूरत अभिव्यक्ति ..रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-70486273117528942002011-10-03T14:24:40.787+05:302011-10-03T14:24:40.787+05:30बहुत सुन्दर भावभूमि पर रचना रची है संगीता जी ! कुछ...बहुत सुन्दर भावभूमि पर रचना रची है संगीता जी ! कुछ वैसे ही दर्द का आभास होता है जब आँख मूँद आप शीतल जल वृष्टि की कामना कर रही हों और उसके स्थान पर धधकती लपटें आपके जिस्म को घेर लें ! मन पर दहकते अंगार की अनुभूति करा गयी आपकी यह रचना ! बहुत सुन्दर !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-32821208392010214122011-10-03T13:33:38.997+05:302011-10-03T13:33:38.997+05:30पानी बीच मीन पियासी जैसा ही भाव है कविता में ...
स...पानी बीच मीन पियासी जैसा ही भाव है कविता में ...<br />सुन्दर भावाभिव्यक्ति!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-73862646188295103402011-10-03T12:09:01.175+05:302011-10-03T12:09:01.175+05:30khoobsurat kavitakhoobsurat kavitaअरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-23387795674453533862011-10-03T10:56:23.595+05:302011-10-03T10:56:23.595+05:30संगीता दी,बहुत ही अच्छी है ये प्रस्तुति.हर कोई इस ...संगीता दी,बहुत ही अच्छी है ये प्रस्तुति.हर कोई इस नेह के बदली को तरस रहा है आजरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-9130826217953188302011-10-03T10:40:59.852+05:302011-10-03T10:40:59.852+05:30जिस को तरसते रहे उम्र भर
नेह का वो मरहम ना मिला ए...जिस को तरसते रहे उम्र भर <br />नेह का वो मरहम ना मिला एक पल<br /><br />कितनी खूबसूरती से दर्द को उकेरा है……………शानदार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-3952667782712202792011-10-03T08:20:03.135+05:302011-10-03T08:20:03.135+05:30नेह का यह बदली, नेह की उष्मता से ही पास आती है और...नेह का यह बदली, नेह की उष्मता से ही पास आती है और बरबस बरस जाती है। अच्छी कल्पना है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-66860890638356043842011-10-03T07:36:57.988+05:302011-10-03T07:36:57.988+05:30संगीता जी, नमस्कार,,
आपकी कविता का यह रूप,शैली एवं...संगीता जी, नमस्कार,,<br />आपकी कविता का यह रूप,शैली एवं गहन भावों का समावेशन किसी भी प्रेमी हदय को सोचने के लिए मजबूर कर देगा । जिंदगी में हमें हर समय कुछ पा लेन की आश बधी रहती है क्योंकि हम उसे पाने के लिए अपने मन में नकारात्मक भाव का सृजन नही होने देते पर न जाने विधाता की क्या खासियत है कि हमारे मन के अंदर रचे-बसे आश को पूरा नही होने देता है । हर इंसान को अपनी जिंदगी में जो चाहे वही मिल जाता तो दुख किस बात का रहता । आपके सुंदर जजबातों के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है । बहुत सुंदर लगा । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.com