tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post2992240550244518728..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: उफान …सोच केराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-91900430491168211582011-01-06T23:07:27.778+05:302011-01-06T23:07:27.778+05:30जीवन चलने का नाम चलते रहो सुबहो शाम जीवन का एक और ...जीवन चलने का नाम चलते रहो सुबहो शाम जीवन का एक और सत्यरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-12305897826978202112011-01-06T12:09:34.560+05:302011-01-06T12:09:34.560+05:30कल का क्या सोचें
कर्म किए जाओ
फ़िर -
वक्त कहीं का ...कल का क्या सोचें<br />कर्म किए जाओ<br />फ़िर -<br />वक्त कहीं का कहीं पहुंचे.<br /><br />aapne to geeta ka sandesh de diya. shubhkamna .मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-3898581186380771142011-01-05T15:28:18.276+05:302011-01-05T15:28:18.276+05:30वास्तविकता के दर्शन करवाती उत्तम रचना.वास्तविकता के दर्शन करवाती उत्तम रचना.Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-52220166455594559692011-01-05T13:02:46.113+05:302011-01-05T13:02:46.113+05:30वक्त नही है
अब सोचने का
कल का क्या सोचें
कर्म किए ...वक्त नही है<br />अब सोचने का<br />कल का क्या सोचें<br />कर्म किए जाओ<br />फ़िर -<br />वक्त कहीं का कहीं पहुंचे<br /><br />कर्म प्रधान सुन्दर कविताKunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-30923249160110000472011-01-05T12:49:34.414+05:302011-01-05T12:49:34.414+05:30सुन्दर प्रस्तुति,
आप की कविता बहुत अच्छी लगी
बहु...सुन्दर प्रस्तुति,<br />आप की कविता बहुत अच्छी लगी <br />बहुत बहुत आभारलाल कलमhttps://www.blogger.com/profile/10463937302054552696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-78783886035242775012011-01-04T13:55:20.093+05:302011-01-04T13:55:20.093+05:30sangeeta di
vaise to aapki sari prastutiyan hi hr...sangeeta di<br /> vaise to aapki sari prastutiyan hi hridangam karne wali haoti hain,<br />par jo aaj aapne likha bikul alag aur sateek.<br /> वही बेरौनक सी ज़िन्दगी<br />कैसे , कब और कहाँ शुरू हुई<br />एहसास नही रहता<br />कल आज और कल<br />बीतते जाते हैं<br />पर उनका हिसाब नही रहता<br />इस बेहिसाबी दुनिया में<br />तुम बीता कल ढूँढते हो<br />पर यहाँ तो अब<br />आज का हिसाब न मिलता<br />nav-varshh par aapko hardik abhinandan<br /> poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-83108250279499848692011-01-03T21:38:48.294+05:302011-01-03T21:38:48.294+05:30... shaandaar-shaandaar !!... shaandaar-shaandaar !!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-12991930476089123372011-01-03T21:06:39.641+05:302011-01-03T21:06:39.641+05:30bhut sundar rachna....bhut sundar rachna....PRIYANKA RATHOREhttps://www.blogger.com/profile/05173622889571039240noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26572254032936757012011-01-03T19:42:34.157+05:302011-01-03T19:42:34.157+05:30संगीता दी!
अच्छा संदेश देती नज़्म... हम एक बड़ी ख़ुशी...संगीता दी!<br />अच्छा संदेश देती नज़्म... हम एक बड़ी ख़ुशी के इंतज़ार में रोज़ाना की छोटी छोटी खुशियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं... आपकी नज़्म उसी आज को जीने की प्रेरणा देती है!!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-89442151204555715172011-01-03T19:07:27.218+05:302011-01-03T19:07:27.218+05:30वक्त नही है
अब सोचने का
कल का क्या सोचें
कर्म किए ...वक्त नही है<br />अब सोचने का<br />कल का क्या सोचें<br />कर्म किए जाओ<br />फ़िर -<br />वक्त कहीं का कहीं पहुंचे.<br /><br />सुन्दर अभिव्यक्ति .Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-24660399384358555382011-01-03T17:23:58.757+05:302011-01-03T17:23:58.757+05:30पीछे मुड कर न देख प्यारे आगे चल.
बहुत सुन्दर अभिव्...पीछे मुड कर न देख प्यारे आगे चल.<br />बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-34901795746524828512011-01-03T17:19:59.110+05:302011-01-03T17:19:59.110+05:30जय श्री कृष्ण...आपका लेखन वाकई काबिल-ए-तारीफ हैं.....जय श्री कृष्ण...आपका लेखन वाकई काबिल-ए-तारीफ हैं....नव वर्ष आपके व आपके परिवार जनों, शुभ चिंतकों तथा मित्रों के जीवन को प्रगति पथ पर सफलता का सौपान करायें .....मेरी कविताओ पर टिप्पणी के लिए आपका आभार ...आगे भी इसी प्रकार प्रोत्साहित करते रहिएगा ..!!Dimple Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/14066816391236429122noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-80605086396694213482011-01-03T17:10:03.824+05:302011-01-03T17:10:03.824+05:30गहरी बात!
सुन्दर रचना!गहरी बात!<br />सुन्दर रचना!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-90432640181669346682011-01-03T15:15:33.715+05:302011-01-03T15:15:33.715+05:30Sangeeta ji...bahut khoob!Sangeeta ji...bahut khoob!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-59017112858306427292011-01-03T13:44:17.319+05:302011-01-03T13:44:17.319+05:30विम्बो के माध्यम से गंभीर बात कहती रचना अच्छी है.....विम्बो के माध्यम से गंभीर बात कहती रचना अच्छी है...एक प्रव्हाव्शाली कविता के लिए बधाई...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-59614696790437105652011-01-03T13:44:15.152+05:302011-01-03T13:44:15.152+05:30विम्बो के माध्यम से गंभीर बात कहती रचना अच्छी है.....विम्बो के माध्यम से गंभीर बात कहती रचना अच्छी है...एक प्रव्हाव्शाली कविता के लिए बधाई...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-34688782503284403692011-01-03T12:56:10.280+05:302011-01-03T12:56:10.280+05:30बडी गहरी रचना लिखी है और आज तो ये लगा जैसे मुझ पर ...बडी गहरी रचना लिखी है और आज तो ये लगा जैसे मुझ पर ही लिखी है क्योंकि पिछले दिनो ऐसी सोच से गुज़र रही थी एक मानसिक या आन्तरिक अन्तर्द्वंद से……………बेहद खूबसूरत प्रस्तुति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-811318322108001372011-01-03T12:50:42.800+05:302011-01-03T12:50:42.800+05:30सर्फ के झाग जब बनते हैं
मैंल धुल जाता है
दूध में झ...सर्फ के झाग जब बनते हैं<br />मैंल धुल जाता है<br />दूध में झाग जब बनते हैं<br />मलाई बन घी निथर आता है<br />आज के चिन्तन से <br />कल सँवर जाता है<br />विचार मन को सँवारते हैं<br />कल को बुहारते हैं<br />कर्म करने को पुकारते हैं। <br /><br />संगीता जी, यह भी एक विचार है। जितने विचार होंगे उतना ही अधिक श्रेष्ठ जीवन होगा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-47652054010828403322011-01-03T12:28:48.723+05:302011-01-03T12:28:48.723+05:30दीदी,
बीत गया सो रीत गया।
वर्तमान भी तो अगले क्षण...दीदी,<br /><br />बीत गया सो रीत गया।<br />वर्तमान भी तो अगले क्षण ही अतित बन जाता है।<br />भविष्य को सार्थक करने का प्रयास ही सत्य है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-24710026383002892772011-01-03T12:13:39.311+05:302011-01-03T12:13:39.311+05:30बहुत सुन्दर और प्रभावशाली रचना ! आज की व्यस्ततम और...बहुत सुन्दर और प्रभावशाली रचना ! आज की व्यस्ततम और तनावग्रस्त ज़िंदगी में ना तो बीते हुए कल का किसीको ख़याल है, ना आज के पल छिन का कुछ हिसाब किताब और ना ही आने वाले कल की चिंता ! सब बस दौड़े जा रहे हैं ! कहाँ, क्यों, किसलिए शायद यह भी नहीं जानते ! बस जैसे यह भी एक रवायत है ! बहुत शानदार प्रस्तुति ! मेरी बधाई एवं नव वर्ष की मंगलकामनाएं स्वीकार करें !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-39426207411626053172011-01-03T12:07:43.061+05:302011-01-03T12:07:43.061+05:30अबिनव सन्देश देती हुई सुन्दर रचना!अबिनव सन्देश देती हुई सुन्दर रचना!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-6137233889668489832011-01-03T11:33:04.813+05:302011-01-03T11:33:04.813+05:30बिलकुल सही बात है कल का सोचते हुये वर्तमान भी जीने...बिलकुल सही बात है कल का सोचते हुये वर्तमान भी जीने से रह जाता है। अच्छी रचना के लिये बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-75275044290750093942011-01-03T11:10:34.536+05:302011-01-03T11:10:34.536+05:30इस बेहिसाबी दुनिया में
तुम बीता कल ढूँढते हो
पर यह...इस बेहिसाबी दुनिया में<br />तुम बीता कल ढूँढते हो<br />पर यहाँ तो अब<br />आज का हिसाब नही मिलता<br />वक्त नही है... <br /><br />तभी तो ये जलजला है <br />और सब मिटता जा रहा है ....रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-89027973387149975792011-01-03T10:44:32.391+05:302011-01-03T10:44:32.391+05:30सचमुच बीते कल को याद करने का वक्त नहीं है अब , वक...सचमुच बीते कल को याद करने का वक्त नहीं है अब , वक्त के साथ आगे बढ़ते जाना ही जिंदगी है . सुन्दर अभिव्यक्ति .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.com