tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post4903227650025076917..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: विपथगाराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-57606730618789655962022-04-15T19:17:18.605+05:302022-04-15T19:17:18.605+05:30Nice post thanks for share This valuble contentNice post thanks for share <a href="https://www.onlinejankarihindi.com/" rel="nofollow">This valuble content</a>Jehra anjumhttps://www.blogger.com/profile/03156080397227009971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-2994427325893206072012-06-03T17:51:27.322+05:302012-06-03T17:51:27.322+05:30वेदना को भी ओज के साथ गाने वाले अनन्य गायक महाकवि ...वेदना को भी ओज के साथ गाने वाले अनन्य गायक महाकवि दिनकर मैं बहुत बड़ा प्रशन्सक हूँ ।<br />आपने दिनकर जी के व्यक्तित्व और कृतित्व के भिन्न भिन्न पहलुओं को प्रस्तुत करने वाली ये श्रृंखला प्रारम्भ की है ,उसके लिये मैं आपका आभारी हूँ मैम <br />सादरAnjani Kumarhttps://www.blogger.com/profile/02137522297518614325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-46331702515693439752012-06-01T09:03:17.077+05:302012-06-01T09:03:17.077+05:30हुंकार का यह गीत मुझे बहुत पसंद है। इअमें जो ओज है...हुंकार का यह गीत मुझे बहुत पसंद है। इअमें जो ओज है वह काफ़ी प्रेरित करता है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-46884149964324158402012-05-31T15:25:06.578+05:302012-05-31T15:25:06.578+05:30डरपोक हुकूमत जुल्मों से लोहा जब नहीं बजाती है,
हिम...डरपोक हुकूमत जुल्मों से लोहा जब नहीं बजाती है,<br />हिम्मतवाले कुछ कहते हैं, तब जीभ तराशी जाती है,<br />उलटी चालें ये देख देश में हैरत-सी छा जाती है,<br />भट्ठी की ओदी आंच छिपी तब और अधिक धुन्धुआती है,<br />सहसा चिंघार खड़ी होती दुर्गा मैं करने दस्यु-दलन !<br /> झन- झन झन- झन- झन झनन- झनन !<br /><br />आज भी क्या देश में ऐसी ही स्थिति नहीं बन रही है, आपकी यह श्रंखला इसलिए अति सार्थक नजर आती है, आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-4741538080353734282012-05-31T10:40:11.137+05:302012-05-31T10:40:11.137+05:30दिनकर जी को पढ़ना अच्छा लग रहा है ... आभारदिनकर जी को पढ़ना अच्छा लग रहा है ... आभारसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-55702284267725052812012-05-31T09:35:18.371+05:302012-05-31T09:35:18.371+05:30दिनकर जी पर आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी । इस पोस्ट पर...दिनकर जी पर आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी । इस पोस्ट पर प्रस्तुत किए गए हर शब्द मन में अंकित हो जाते हैं । मेरे नए पोस्ट पर आपके प्रतिक्रियाओं की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-64193118152741898032012-05-31T08:34:03.176+05:302012-05-31T08:34:03.176+05:30Aapke lekhanka aanand utha rahe hain!Aapke lekhanka aanand utha rahe hain!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-90351389414979596212012-05-30T23:44:51.904+05:302012-05-30T23:44:51.904+05:30दिनकर की व्यवहार कुशला दृष्टि आज भी अनुकरणीय कही ज...दिनकर की व्यवहार कुशला दृष्टि आज भी अनुकरणीय कही जायेगी वरना नौकरी करना /नकारना तो हर दम एक ज़लालत का ही काम रहा है हर युग में अलबत्ता एन्ग्युलारितीज़ बदल जाती हैं .दिनकर से जुड़े रहने का मौक़ा मिल रहा है आभारी हूँ .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-177225744942603892012-05-30T23:43:47.138+05:302012-05-30T23:43:47.138+05:30दिनकर की व्यवहार कुशला दृष्टि आज भी अनुकरणीय कही ज...दिनकर की व्यवहार कुशला दृष्टि आज भी अनुकरणीय कही जायेगी वरना नौकरी करना /नकारना तो हर दम एक ज़लालत का ही काम रहा है हर युग में अलबत्ता एन्ग्युलारितीज़ बदल जाती हैं .दिनकर से जुड़े रहने का मौक़ा मिल रहा है आभारी हूँ .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com