tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post5533687312159131859..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: राजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-74166625249160001442011-02-20T23:08:23.071+05:302011-02-20T23:08:23.071+05:30बहुत अच्छी कविता पढवाने के लिए आभार।बहुत अच्छी कविता पढवाने के लिए आभार।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-33163732884680125122011-02-20T22:16:16.560+05:302011-02-20T22:16:16.560+05:30आप सभी को मेरा सादर नमन.आप सभी को मेरा सादर नमन.प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-51440321322108703692011-02-20T18:40:55.875+05:302011-02-20T18:40:55.875+05:30जहाँ नंगे अंधेरों को
और भी उघाड़ता रहता है
एक नंगा...जहाँ नंगे अंधेरों को<br />और भी उघाड़ता रहता है<br />एक नंगा, तीखा, निर्मम प्रकाश-<br /> bahut sundar agyey ji ki prastuti.G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-69858061561776973152011-02-20T14:41:15.837+05:302011-02-20T14:41:15.837+05:30अगर आपको समय मिले तो मेरे ब्लॉग http://www.sirfira...अगर आपको समय मिले तो मेरे ब्लॉग http://www.sirfiraa.blogspot.com और http://www.rksirfiraa.blogspot.comपर अपने ब्लॉग का "सहयोगियों की ब्लॉग सूची" और "मेरे मित्रों के ब्लॉग" कालम में अवलोकन करें. सभी ब्लोग्गर लेखकों से विन्रम अनुरोध/सुझाव: अगर आप सभी भी अपने पंसदीदा ब्लोगों को अपने ब्लॉग पर एक कालम "सहयोगियों की ब्लॉग सूची" या "मेरे मित्रों के ब्लॉग" आदि के नाम से बनाकर दूसरों के ब्लोगों को प्रदर्शित करें तब अन्य ब्लॉग लेखक/पाठकों को इसकी जानकारी प्राप्त हो जाएगी कि-किस ब्लॉग लेखक ने अपने ब्लॉग पर क्या महत्वपूर्ण सामग्री प्रकाशित की है. इससे पाठकों की संख्या अधिक होगी और सभी ब्लॉग लेखक एक ब्लॉग परिवार के रूप में जुड़ सकेंगे. आप इस सन्दर्भ में अपने विचारों से अवगत कराने की कृपया करें. निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन:9868262751, 9910350461 email: sirfiraa@gmail.comरमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-69999507119240526272011-02-20T12:20:59.971+05:302011-02-20T12:20:59.971+05:30अच्छी प्रस्तुति ..अज्ञेय जी की रचना पढ़ना स्वयं मे...अच्छी प्रस्तुति ..अज्ञेय जी की रचना पढ़ना स्वयं में एक सुखद अनुभूति हैअरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-43275671815689236922011-02-20T10:22:05.997+05:302011-02-20T10:22:05.997+05:30पहले धूमिल और अब अज्ञेय.. प्रेम बाबू ने तो साहित्य...पहले धूमिल और अब अज्ञेय.. प्रेम बाबू ने तो साहित्यप्रेम में सराबोर कर दिया है, ऐसी कलजयी रचनाओं के माध्यम से!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-80723410180301598272011-02-20T10:09:43.366+05:302011-02-20T10:09:43.366+05:30अच्छी प्रस्तुति ..अज्ञेय जी की रचना पढ़ना स्वयं मे...अच्छी प्रस्तुति ..अज्ञेय जी की रचना पढ़ना स्वयं में एक सुखद अनुभूति हैसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-92133221464288735902011-02-20T09:33:53.877+05:302011-02-20T09:33:53.877+05:30प्रकाशस्तम्भों का सानिंध्य जरूरी है।
अज्ञेय जी को ...प्रकाशस्तम्भों का सानिंध्य जरूरी है।<br />अज्ञेय जी को नमन!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com