tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post8071757627409005536..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: कविताओं में बिंब और उनसे जुड़ी हुई संवेदनाराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-1248489196342338932021-07-07T18:23:19.491+05:302021-07-07T18:23:19.491+05:30बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी।
सराहनीय.
साधुवाद.बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी।<br />सराहनीय.<br />साधुवाद.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05163284401478290672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-38859862209887155642021-05-29T14:27:10.453+05:302021-05-29T14:27:10.453+05:30ज्ञानवर्धक प्रस्तुति। साधुवाद आपको💐🙏🙏🙏ज्ञानवर्धक प्रस्तुति। साधुवाद आपको💐🙏🙏🙏Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15611290403249069163noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-81421546654110088092021-04-18T13:51:05.079+05:302021-04-18T13:51:05.079+05:30आप की पोस्ट बहुत अच्छी है आप अपनी रचना यहाँ भी प्र...आप की पोस्ट बहुत अच्छी है <a href="https://www.hindi-kavita.in" rel="nofollow">आप अपनी रचना यहाँ भी प्राकाशित कर सकते हैं, व महान रचनाकरो की प्रसिद्ध रचना पढ सकते हैं। </a>Amit Gaurhttps://www.blogger.com/profile/00238237763899289733noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26882641391555577922019-10-26T11:39:01.256+05:302019-10-26T11:39:01.256+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-27344250608937720372019-10-07T23:06:20.551+05:302019-10-07T23:06:20.551+05:30बेहतरीन सृजन आदरणीय 🙏बेहतरीन सृजन आदरणीय 🙏Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/06192407072045235698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-22197128097764659672019-05-02T19:35:23.472+05:302019-05-02T19:35:23.472+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुतिबहुत सुंदर प्रस्तुतिAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04069060284591600453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26106922819919341652017-05-25T18:20:18.383+05:302017-05-25T18:20:18.383+05:30आपका प्रयास सराहनीय है। शुक्रियाआपका प्रयास सराहनीय है। शुक्रियाDr. Mohamed Ashraf Alungalhttps://www.blogger.com/profile/06961104388266021699noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-35048853059040665152016-11-28T16:30:02.050+05:302016-11-28T16:30:02.050+05:30प्रतीक और बिंब को सोदाहरण प्रस्तुत करने के लिए साध...प्रतीक और बिंब को सोदाहरण प्रस्तुत करने के लिए साधु वाद ।SANJAYhttps://www.blogger.com/profile/12728700561543390049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-76050489227628481552010-11-05T14:10:48.645+05:302010-11-05T14:10:48.645+05:30अरे वाह!
कल शाम को ही तो शमशेर बहादुर सिंह, हीरानन...अरे वाह!<br />कल शाम को ही तो शमशेर बहादुर सिंह, हीरानन्द सच्चिदानन्द वात्स्यायन "अज्ञेय" , बाबा नागार्जुन और केदार नाथ अग्रवाल की याद में गोष्य़ी की थी!<br />मेरा सभी को नमन!<br /><br />--<br />प्रेम से करना "गजानन-लक्ष्मी" आराधना।<br />आज होनी चाहिए "माँ शारदे" की साधना।।<br /><br />अपने मन में इक दिया नन्हा जलाना ज्ञान का।<br />उर से सारा तम हटाना, आज सब अज्ञान का।।<br /><br />आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!<br />दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-15020279932829933762010-11-03T22:21:13.220+05:302010-11-03T22:21:13.220+05:30कविता रचने वालों को इससे काफ़ी मदद मिलेगी। बहुत अच...कविता रचने वालों को इससे काफ़ी मदद मिलेगी। बहुत अच्छी प्रस्तुति। आभार!हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-59920801451999581422010-11-03T21:22:27.123+05:302010-11-03T21:22:27.123+05:30गहन अध्ययन और परिश्रम से लिखा गया एक ज्ञानवर्धक और...गहन अध्ययन और परिश्रम से लिखा गया एक ज्ञानवर्धक और सुंदर आलेख. आभार . ज्योति-पर्व की बधाई और शुभकामनाएं .Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-2933284725157285812010-11-03T19:04:48.486+05:302010-11-03T19:04:48.486+05:30काव्य में विम्ब और प्रतीक सदा से एक अत्यंत उपयोगी ...काव्य में विम्ब और प्रतीक सदा से एक अत्यंत उपयोगी सम्प्रेषण -भाव टूल रहे है, जब भाषागत शब्द अपनी परिधि में कल्पित भव को नहीं समेट पाटा तब रचनाकार को संकेत, विम्ब और प्रतीकों का सहारा लेना पड़ता है. जो रचना जितनी गहन - गंभीर- गुह्य होगी उसने ये बिम्ब और प्रतीक उय्ने ही अधिक मुखर होंगे. ये बिम्ब विषय वस्तु की अर्थवत्ता को, गुणवत्ता को, व्यापकता और गाम्भीर्य पदान करते है. आप के इस आलेख में इसके मूलभूत अंतर को सूक्ष्मता और सरलता से समझाया गया है जो रचनाकार के विषय पर अधिकार को सकेतित करता है. यह विद्यार्थियों के लिए तो उपयोगी है ही, साहित्यिक रूचि रकने वालों के लिए भी बहुत उपयोगी है. शैली में दुरुहता नहीं आने पाई है यह रचनाकार की अपनी योग्यता है. बहुत ही उपयोगी प्रस्तिती, बधाई और गहन ज्ञान को नमन, शैली को प्रणाम ....और आपको साधुवाद, ......ज्ञानवर्द्धक लेख ...आभार...Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-23120178100971146012010-11-03T18:44:53.137+05:302010-11-03T18:44:53.137+05:30अच्छा आलेख है। पाठ्यपुस्तक में शामिल किए जा सकने य...अच्छा आलेख है। पाठ्यपुस्तक में शामिल किए जा सकने योग्य।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-66088947280754424562010-11-03T16:26:38.701+05:302010-11-03T16:26:38.701+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति। दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!</b><br /><b>चिरागों से चिरागों में रोशनी भर दो,<br />हरेक के जीवन में हंसी-ख़ुशी भर दो।<br />अबके दीवाली पर हो रौशन जहां सारा <br />प्रेम-सद्भाव से सबकी ज़िन्दगी भर दो</b><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/11/blog-post_03.html%22" rel="nofollow"> राजभाषा हिन्दी पर – कविता में बिम्ब!</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-51151463729206518472010-11-03T16:24:19.996+05:302010-11-03T16:24:19.996+05:30बिम्बवाद एक आंदोलन के रूप में काफी सफल रहा। इससे क...बिम्बवाद एक आंदोलन के रूप में काफी सफल रहा। इससे काव्य को एक नई दिशा मिली।जुगल किशोरhttps://www.blogger.com/profile/13301162594819383710noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-86460955882921167162010-11-03T16:18:01.007+05:302010-11-03T16:18:01.007+05:30बहुत सहज और सरल तरीक़े से आपने कविता के बिम्बों के...बहुत सहज और सरल तरीक़े से आपने कविता के बिम्बों के बारे में बताया। इससे काफ़ी कुछ सीखने को मिला है। आभार आपका।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-88797072439309202672010-11-03T14:26:59.335+05:302010-11-03T14:26:59.335+05:30कविता से सम्बद्ध लोगों के लिए खासतौर पर पठनीय एवं ...कविता से सम्बद्ध लोगों के लिए खासतौर पर पठनीय एवं ज्ञानवर्धक पोस्ट. आपकी मेहनत सराहनीय है.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-31675918320332664612010-11-03T09:24:11.091+05:302010-11-03T09:24:11.091+05:30काव्य में प्रतीक औए बिम्बों के प्रयोग को अनेक उदाह...काव्य में प्रतीक औए बिम्बों के प्रयोग को अनेक उदाहरण से बहुत अच्छी तरह समझाने का प्रयास किया गया है ...ज्ञानवर्द्धक लेख ...आभारसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-32639916016582902442010-11-03T07:08:16.488+05:302010-11-03T07:08:16.488+05:30सुन्दर प्रस्तुति।सुन्दर प्रस्तुति।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-89198670784573285532010-11-03T07:05:02.149+05:302010-11-03T07:05:02.149+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
राजभाषा...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!</b><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/10/blog-post_03.html" rel="nofollow"> राजभाषा हिंदी पर कविताओं में बिंब और उनसे जुड़ी संवेदना</a><br /><a href="http://manojiofs.blogspot.com/2010/11/54.html" rel="nofollow"> मनोज पर देसिल बयना –बाघ के घर की बिल्ली भी तेज़.</a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com