tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post8117443077120278458..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: उपन्यास साहित्य–समापन किस्त–समकालीन उपन्यासराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-12706475435378573032020-04-12T17:23:33.174+05:302020-04-12T17:23:33.174+05:30बहुत अछि जानकारी दी है
धन्यवाद बहुत अछि जानकारी दी है<br />धन्यवाद हिंदी साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09048352407456374243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-58882057102133856872019-09-14T07:34:36.286+05:302019-09-14T07:34:36.286+05:30सटीक विश्लेषण किया हैं आपने... संदर्भ केलिए उपयुक्...सटीक विश्लेषण किया हैं आपने... संदर्भ केलिए उपयुक्त रहेगा... आपका सहर्ष धन्यवादProf.Niljahttps://www.blogger.com/profile/00835036705120156211noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-24210652854905542122011-07-02T23:48:05.717+05:302011-07-02T23:48:05.717+05:30अब और देरी की,तो अनपढ़ी कृतियों की संख्या और बड़ी ...अब और देरी की,तो अनपढ़ी कृतियों की संख्या और बड़ी होती जाएगी।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-18347730159517233762011-07-02T20:33:33.995+05:302011-07-02T20:33:33.995+05:30उपन्यास साहित्य का समापन किश्त अच्छा लगा। यह मेरे ...उपन्यास साहित्य का समापन किश्त अच्छा लगा। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि सन 1978 में मेरी पोस्टींग Air Forcs Station, Chandigarh में थी। कोलकाता से छुट्टी बिताकर वापस चंडीगढ जा रहा था। डीलक्स एक्सप्रेस में मेरी सामने वाली सीट पर एक सज्जन बैठे थे। संक्षिप्त परिचय के बाद उन्होंन अपना नाम 'मणि मधुकर' बताया और 'कबीर की आँख' नामक अपनी एक पुस्तक मुझे भेंट में दी। इनके द्वारा रचित उपन्यास 'सफेद मेमने' पढा हूँ, काफी रोचक है। उपन्यास साहित्य के विभिन्न रूपों को आद्योपांत प्रस्तुत करने के लिए आपका विशेष आभार।आशा ही नही अपितु मेरा पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में भी आप राजभाषा ब्लाग को सितारों-जड़ित करने के लिए अहर्निश कटिबद्ध रहेंगे। अशेष शुभकामनाओं के साथ।धन्वाद सर ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-50800243927102259822011-07-02T17:27:01.627+05:302011-07-02T17:27:01.627+05:30सार्थक विश्लेषण.....
हिंदी साहित्य के लिए अति उपयो...सार्थक विश्लेषण.....<br />हिंदी साहित्य के लिए अति उपयोगी लेखसुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-26052049073746009832011-07-02T17:17:29.749+05:302011-07-02T17:17:29.749+05:30मैं पहली बार आपके ब्लाग पर आया हूं। वाकई मेरे लिए ...मैं पहली बार आपके ब्लाग पर आया हूं। वाकई मेरे लिए नई और जरूरी जानकारी वाला लेख रहा है। आपको बहुत बहुत बधाई..महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-21450450746990095482011-07-02T10:58:41.096+05:302011-07-02T10:58:41.096+05:30bahut hi gyaanverdhak lekh.bahut hi achchi jaankaa...bahut hi gyaanverdhak lekh.bahut hi achchi jaankaari di aapne.badhaai sweekaren.prerna argalhttps://www.blogger.com/profile/11905363361845183539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-49468999407075678202011-07-02T08:29:59.986+05:302011-07-02T08:29:59.986+05:30ज्ञानवर्द्धक आलेख विशेषतः से विद्यार्कियों के लिए ...ज्ञानवर्द्धक आलेख विशेषतः से विद्यार्कियों के लिए अति उपयोगी...धन्यवाद और बधाई स्वीकार करें सर!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-69479624890711929432011-07-02T00:50:08.348+05:302011-07-02T00:50:08.348+05:30Bahut-si jaankaaree mili....behad achha aalekh.Bahut-si jaankaaree mili....behad achha aalekh.kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-79926865052169763122011-07-01T23:06:53.780+05:302011-07-01T23:06:53.780+05:30जानकारी परक और सारगर्भित श्रृंखला ...आपका आभारजानकारी परक और सारगर्भित श्रृंखला ...आपका आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-18029727688899286502011-07-01T20:06:40.442+05:302011-07-01T20:06:40.442+05:30इतना गहन और शोधपरक लेख पढने के बाद लगता है कि हिन्...इतना गहन और शोधपरक लेख पढने के बाद लगता है कि हिन्दी उपन्यासों की यात्रा में अद्भुत आनंद प्राप्त हुआ!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-245868319426580582011-07-01T18:19:22.060+05:302011-07-01T18:19:22.060+05:30सार्थक एवं सफल साहित्य श्रंखला के लिए साधुवाद !सार्थक एवं सफल साहित्य श्रंखला के लिए साधुवाद !ASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-1853956812687430372011-07-01T17:52:10.256+05:302011-07-01T17:52:10.256+05:30सार्थक रही श्रंखला.सार्थक रही श्रंखला.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-90871739837812416182011-07-01T17:31:09.145+05:302011-07-01T17:31:09.145+05:30सारगर्भित आलेख.. बहुत बढ़िया...सारगर्भित आलेख.. बहुत बढ़िया...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-65370915505848453822011-07-01T15:59:43.058+05:302011-07-01T15:59:43.058+05:30बहुत अच्छी रही यह पुरु श्रृंखला .. उपन्यासों का सफ...बहुत अच्छी रही यह पुरु श्रृंखला .. उपन्यासों का सफर यूँ ही निरंतर चलता रहे ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-59679033100242085672011-07-01T15:37:24.127+05:302011-07-01T15:37:24.127+05:30behtar
पहले तो आपसे मज़े लेंगी फ़िर जब दुनियां क...behtar<br /><br /> <a href="http://swachchhsandesh.blogspot.com/2011/07/blog-post.html" rel="nofollow">पहले तो आपसे मज़े लेंगी फ़िर जब दुनियां को पता चलेगा तो बन जायेंगी अबला नारी</a>Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-65922712478564646202011-07-01T15:03:32.410+05:302011-07-01T15:03:32.410+05:30हिंदी साहित्य लगतार विकास की सीढियाँ चढ़ रहा है .....हिंदी साहित्य लगतार विकास की सीढियाँ चढ़ रहा है ...<br />सार्थक आकलन !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com