tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post8180965639399148325..comments2024-03-14T12:42:05.665+05:30Comments on राजभाषा हिंदी: पुस्तक परिचय - 32 ..... " अनुभूति " / अनुपमा त्रिपाठीराजभाषा हिंदीhttp://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-51158378680813145112012-06-26T01:43:34.673+05:302012-06-26T01:43:34.673+05:30जीवन है तो चलना है / जग चार दिनों का मेला है / इक ...जीवन है तो चलना है / जग चार दिनों का मेला है / इक रोज़ यहाँ ,इक रोज़ वहाँ / हाँ ये ही रैन बसेरा है ।<br />कृति और कृति कारा का सुन्दर परिचय दिया है आपने इनकी सांगीतिक सरस रचनाए हमने कई मर्तबा सुनी हैं .वर्तनी की अशुद्धियाँ बहुत सारे ब्लोगी नजर अंदाज़ किए हैं .शुक्रिया आपका इस और तवज्जो देने का ... .. .कृपया यहाँ भी पधारें -<br />ram ram bhai<br />सोमवार, 25 जून 2012<br />नींद से महरूम रह जाना उकसाता है जंक फ़ूड खाने को<br />http://veerubhai1947.blogspot.com/<br /><br />वीरुभाई ,४३,३०९ ,सिल्वर वुड ड्राइव ,कैंटन ,मिशिगन ,४८ ,१८८ ,यू एस ए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-58788027553461121742012-06-25T23:50:41.779+05:302012-06-25T23:50:41.779+05:30aabhaar ..aabhaar ..Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-84585308842780038832012-06-25T09:41:28.998+05:302012-06-25T09:41:28.998+05:30रश्मि दी ...सच कहा आपने ....सभी अनुभवों को रंग दिय...रश्मि दी ...सच कहा आपने ....सभी अनुभवों को रंग दिये हैं संगीता दी ने अपनी समीक्षा में| ...मैं अपने आप को सौभग्यशाली मानती हूँ कि आप जैसे गुणी ज्ञानी बडों का वृहद हस्त है मेरे ऊपर ...बहुत आभार रश्मि दी ...अनुभुति के लिये ....!!!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-27579916828290487322012-06-25T08:05:00.726+05:302012-06-25T08:05:00.726+05:30सुन्दर पुस्तक परिचय ...सुन्दर पुस्तक परिचय ...कमल कुमार सिंह (नारद )https://www.blogger.com/profile/16086466001361632845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-9336484988799490732012-06-25T08:04:11.196+05:302012-06-25T08:04:11.196+05:30बहुत आभार ग़ाफिल जी ...बहुत आभार ग़ाफिल जी ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-5056791562852917022012-06-25T07:02:56.845+05:302012-06-25T07:02:56.845+05:30विलम्ब के लिए क्षमा...संगीता दी और अनुपमा जी.
संग...विलम्ब के लिए क्षमा...संगीता दी और अनुपमा जी.<br /><br />संगीता दी, आपसे पहले ही सुन चुकी हूँ अनुपमा जी की तारीफ़...मगर ये समीक्षा पढ़ कर और जान गयी उन्हें.<br />मैं खुद उनकी,उनकी रचनाओं की,उनके संगीत की "हार्ड कोर फेन " हूँ.......................<br /><br />अनुभूति जुटाती हूँ कहीं से.....और पढ़ कर सीखती हूँ....मीठा मधुर लिखना.....<br />ढेर सारी बधाई और शुभकामनाये...<br /><br />शुक्रिया संगीता दी.<br /><br />सादर<br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-63274661931381386112012-06-24T23:01:33.930+05:302012-06-24T23:01:33.930+05:30बहुत आभार अजय जी ..बहुत आभार अजय जी ..Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-76142862879813939202012-06-24T23:00:05.274+05:302012-06-24T23:00:05.274+05:30स्नेही वचनों के लिये बहुत आभार अरुण जी |मेरा जन्म ...स्नेही वचनों के लिये बहुत आभार अरुण जी |मेरा जन्म स्थान जबलपुर ही है |जबलपुर का नाम सुन कर बहुत खुशी होती है | अब जबलपुर छोड़े हुए काफी समय हो गया |आजकल मुम्बई निवास स्थान है |आपसे निवेदन है ...ब्लोग पर आते रहें और कवितायें पढ़ते रहें|Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-76136906022405961222012-06-24T22:49:37.139+05:302012-06-24T22:49:37.139+05:30शुभ वचनों के लिये बहुत आभार वंदना जी .शुभ वचनों के लिये बहुत आभार वंदना जी .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-82015294028664615542012-06-24T22:48:23.718+05:302012-06-24T22:48:23.718+05:30बहुत आभार अंजनि जीबहुत आभार अंजनि जीAnupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-22489819292509076992012-06-24T22:47:14.003+05:302012-06-24T22:47:14.003+05:30बहुत आभार आशीष जी |कोशिश करती हूँ अनुभुति आप तक पह...बहुत आभार आशीष जी |कोशिश करती हूँ अनुभुति आप तक पहुंचाने की |Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-7105536906129907912012-06-24T22:45:25.551+05:302012-06-24T22:45:25.551+05:30बहुत आभार मनोज जी ...आपने भी समय समय पर बहुत प्रोत...बहुत आभार मनोज जी ...आपने भी समय समय पर बहुत प्रोत्साहित किया है ..!हृदय से आभार .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-39485654962037241882012-06-24T22:41:43.520+05:302012-06-24T22:41:43.520+05:30आभार वाणी जी ...!आभार वाणी जी ...!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-46812174550254168772012-06-24T22:41:04.498+05:302012-06-24T22:41:04.498+05:30आभार अरविंद जी .आभार अरविंद जी .Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-7326913254297284932012-06-24T22:40:15.607+05:302012-06-24T22:40:15.607+05:30बहुत आभार मोनिका जी ..!बहुत आभार मोनिका जी ..!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-39040256422219875792012-06-24T22:39:34.251+05:302012-06-24T22:39:34.251+05:30आभार निशा जी ...आभार निशा जी ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-30525602627880438252012-06-24T22:39:01.489+05:302012-06-24T22:39:01.489+05:30शुभ वचनों के लिये बहुत बहुत आभार ...साधना जी ...!!...शुभ वचनों के लिये बहुत बहुत आभार ...साधना जी ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-8375565119352377332012-06-24T22:38:00.221+05:302012-06-24T22:38:00.221+05:30आपके आशिर्वचनों के लिये बहुत आभार प्रतिभाजी ..!!आपके आशिर्वचनों के लिये बहुत आभार प्रतिभाजी ..!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-27776404052798525742012-06-24T22:35:47.363+05:302012-06-24T22:35:47.363+05:30संगीता दी "अनुभुति" की समीक्षा के लिये ह...संगीता दी "अनुभुति" की समीक्षा के लिये हृदय से आभार ..!आज आपकी समीक्षा पढ़ कर एक नया आत्मविश्वास मिला है |कवि जैसा भी लिखे ...समीक्षक उसे एक सुरक्षित मंच देता है |आज इतनी खुशी है मुझे कि अपने हृदय के उद्गार मैं ठीक से व्यक्त भी नहीं कर पाउंगी |जब से ब्लोग बनाया था तभी से ही आपका सतत प्रोत्साहन मिलता रहा है |आपकी प्रतिक्रिया की मैं हमेशा राह देखा करती थी |आज ये समीक्षा पढ़ कर लग रहा है जैसे सपना सा सच हो गया है ...!!सच मे ये समीक्षा बहुत मूल्यवान है मेरे लिये ...!पुन: आभार आपका ...अपना स्नेह व आशिर्वाद बनाये रहियेगा ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-15077962749774686482012-06-24T21:30:21.506+05:302012-06-24T21:30:21.506+05:30बेहद खूबसूरत समीक्षा की है आपने. इस विधा में एकदम ...बेहद खूबसूरत समीक्षा की है आपने. इस विधा में एकदम पारंगत हो गई हैं अब. अनुपमा जी की रचनाओं में मुझे संगीत सुनाई पड़ता है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-12958122867436002872012-06-24T20:30:53.160+05:302012-06-24T20:30:53.160+05:30क्या बात है!!
आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक...क्या बात है!!<br />आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 25-06-2012 को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><b>सोमवारीय चर्चामंच-921</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-22420911536139958422012-06-24T20:29:16.734+05:302012-06-24T20:29:16.734+05:30क्या बात है!!
आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक...क्या बात है!!<br />आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 25-06-2012 को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><b>सोमवारीय चर्चामंच-921</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-84137364211148997732012-06-24T17:32:45.739+05:302012-06-24T17:32:45.739+05:30आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है...<a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/06/101.html" rel="nofollow">आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है साप्ताहिक महाबुलेटिन ,101 लिंक एक्सप्रेस के लिए , पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक , यही उद्देश्य है हमारा , उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी , टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-74767983848614612202012-06-24T17:01:07.934+05:302012-06-24T17:01:07.934+05:30अच्छी पुस्तक समीक्षा.अच्छी पुस्तक समीक्षा.मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5455274503155889135.post-70835371677714225172012-06-24T16:07:29.050+05:302012-06-24T16:07:29.050+05:30अनुपमा जी को प्रकाशित काव्य संग्रह के लिये बधाई. ज...अनुपमा जी को प्रकाशित काव्य संग्रह के लिये बधाई. जबलपुर आकाशवाणी का संदर्भ सुन आत्मीयता जागना सहज है क्योंकि इन दिनों लगभग ढ़ाई वर्षों से जबलपुर में ही हूँ और परम पावनी नर्मदा जी जे जल से अपनी जीवन की नैया खे रहा हूँ. अनुपमा जी से अनुरोध है कि जबलपुर के विषय में कुछ और जानकारी दें. ब्लॉग जगत की विदुषी संगीता स्वरूप जी ने समीक्षा की है तो वह कलाकार निश्चय ही वंदनीय होगा.अनुपमा जी को सुना भी है और नियमित तौर पर पढ़ा भी है.<br />जंगल में मंगल हो कैसे<br />गीत सुरीला संग हो जैसे<br />धुन अपनी ही राग जो गाये<br />संग झाँझर झंकार सुनाये<br />सुन – सुन विहग भी बीन बजाए<br />घिर – घिर बादल रस बरसाए<br />टिपिर – टिपिर सुर ताल मिलाये ।<br /><br />शब्द चयन और धव्न्यात्मकता देखते ही बनती है, मेरी हार्दिक शुभकामनायें.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.com