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सही कहा!
किन्तु यही स्रृष्टि है। "तुलसी इस संसार मे भांति भांति के लोग"। विचारों मे भिन्न्ता को स्वीकारना होगा।
यही स्रृष्टि है।
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सही कहा!
जवाब देंहटाएंकिन्तु यही स्रृष्टि है। "तुलसी इस संसार मे भांति भांति के लोग"। विचारों मे भिन्न्ता को स्वीकारना होगा।
जवाब देंहटाएंसही कहा!
जवाब देंहटाएंयही स्रृष्टि है।
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