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अनुकरणीय विचार......के लिए साधु्वाद।””””””””””””””””””””””””””””””” महाचंट ये जनिए, आलस और प्रमाद। दोनो लाते व्यक्ति के, जीवन में अवसाद।। सद्भावी - डॉ० डंडा लखनवी
सदविचार का आभार.
"अलसस्य कुतो विद्या, अलसस्य कुतो धनम्।" आभार्………'
Vichar to bahut achha hai..par hamne kayi aalsiyon ko bahut prasann rahte dekha hai! Wo auron ko chahe aprasann kar den...!
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अनुकरणीय विचार......के लिए साधु्वाद।
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महाचंट ये जनिए, आलस और प्रमाद।
दोनो लाते व्यक्ति के, जीवन में अवसाद।।
सद्भावी - डॉ० डंडा लखनवी
सदविचार का आभार.
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