सोमवार, 8 मार्च 2010

आज का विचार-13

आज का विचार

… … के समान दूसरा कोई नहीं !!

मेध के जल के समान शुद्ध अन्य कोई जल नहीं है।

आत्म बल के समान दूसरा कोई बल नहीं होता।

नेत्र के समान दूसरी कोई ज्योति नहीं है।

अन्न के समान दूसरा कोई प्रिय पदार्थ नहीं है।

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